चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के अलीराजपुर शहर के भावरा गांव में हुआ था। उनका मूल नाम चंद्रशेखर तिवारी था। वे एक भारतीय क्रांतिकारी थे। 1922 में जब महात्मा गांधी जी ने असहयोग आंदोलन बंद किया तो उनकी विचारधारा बदल गई। क्रांतिकारी गतिविधियों में संलग्न, हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य बने।
चंद्रशेखर आजाद के नारे:-
मेरा नाम आजाद है,
मेरे पिता का नाम स्वतंत्रता और
मेरा घर जेल है।
दुश्मन की गोलियों का
सामना हम करेंगे,
आजाद ही रहे है,
आजाद ही रहेंगे।
अभी भी जिसका खून न खोला,
वो खून नहीं पानी है।
जो देश के काम न आए,
वो बेकार जवानी है।
यदि कोई युवा मात्र भूमि की
सेवा नहीं करता है,
तो उसका जीवन व्यर्थ है।
चिंगारी आजादी की सुलगती मेरे जिस्म में है,
इंकलाप की ज्वालाएं लिपटी
मेरे बदन में है।
में एसे धर्म से हूं
जो स्वतंत्रता, समानता और
भाईचारा सिखाता है।
मातृभूमि की इस दुर्दशा को देखकर
अभितक यदि आपका रक्त
क्रोध नहीं करता है,
तो यह आपकी रगों में खून नहीं
यह तो पानी है।
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